G-20 (जी-20) एक आंतरराष्ट्रीय आर्थिक संगठन है जिसमें 19 देश और यूरोपीय संघ का प्रतिनिधित्व करता है। इस संगठन का मुख्य उद्देश्य आर्थिक सहयोग और आर्थिक पॉलिसी कोऑर्डिनेशन करना है, ताकि वैश्विक आर्थिक स्थितियों को सुधारा जा सके और आर्थिक संकटों का सामना किया जा सके। इस संगठन का गठन 1999 में हुआ था, और यह पहले 1999 के एशिया आर्थिक संकट के समय विचारित हुआ था।

निम्नलिखित हैं G-20 के मुख्य विशेषताएँ:

  1. सदस्य देश: G-20 में 19 बड़े और प्रमुख आर्थिक राष्ट्र शामिल हैं, जिनमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडिया, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरबिया, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, और यूनाइटेड स्टेट्स शामिल हैं। यूरोपीय संघ भी एक संगठन के रूप में शामिल होता है, जिसमें कई यूरोपीय देश शामिल हैं।

  2. उद्देश्य: G-20 का मुख्य उद्देश्य आर्थिक विकास, वित्तीय स्थिरता, और विश्व अर्थतंत्र की सुरक्षा को प्राथमिकता देना है। इसके अलावा, यह संगठन विश्व व्यापार, आर्थिक समानता, और विश्व आर्थिक पॉलिसी में सहयोग करता है।

  3. शिखर सम्मेलन: G-20 के सदस्य देश वार्षिक शिखर सम्मेलन में एकत्र आते हैं, जो विश्व के आर्थिक मुद्दों पर चर्चा करने और समझौते पर पहुंचने का मौका प्रदान करता है।

  4. आर्थिक सहायता: G-20 ने विभिन्न आर्थिक सहायता प्रोग्रामों का समर्थन किया है, जैसे कि विकेन्द्रीकृत लाभदायक प्रोग्राम (वीएलटीसी) और कोविड-19 महामारी के समय आर्थिक सहायता पैकेज।

  5. आर्थिक समझौते: G-20 आर्थिक समझौतों की समर्थन करता है जो विश्व व्यापार और आर्थिक संबंधों को सुधारने के लिए किए जाते हैं, जैसे कि व्टॉआ, बासिल III, और बीआरआर 2.0 आर्थिक समझौते।

  6. गवर्नेंस: G-20 का गवर्नेंस अधिकांश गवर्नमेंट्स के सीनियर आर्थिक अधिकारियों द्वारा किया जाता ह


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